Wednesday, February 22, 2006

मैं आजाद हूँ

एक टूटे हुए विस्वाश से ,
एक बुझे हुऐ एहसास से ,
अब मैं आजाद हूँ।
जागती रातों की बेचैनी से ,
रोती आंखों की नमी से ,
अब मैं आजाद हूँ।

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