नव वर्ष में ,
आपका हर तरह से कल्याण हो,
समस्याओं का निवारण हो ,
सुखो का आगमन हो ,
खुशियों से भरा आपका दामन हो ।
नया उत्साह , नयी उमंग ,
हर पल हो आपके संग संग।
मन प्रस्सन जी खुशहाल हो ,
जीवन से दूर हर बवाल हो ।
दिन में चैन ,
रातों को भरपूर नींद मिले ,
प्रभू की कृपा से ,
आपके जीवन का रोम रोम खिले।
दिल से दूर सब शिकवे गिले ,
और बाकी सब मलाल हो ,
सुख समृधि से भरपूर,
आने वाला साल हो ।
Wednesday, December 30, 2009
Saturday, December 26, 2009
तुम्हे देखकर,
मैंने जाना
किसी को बार बार ,
देखने की हसरत ,
किस तरह ,
दिल को मजबूर करती हैं।
तुम्हे चाहकर ,
मैंने जाना ,
किसी को खुश ,
रखने की हसरत,
किस तरह ,
दिल का अरमान बनाती हैं।
तुम्हे पाकर ,
मैंने जाना ,
किसी के अपने ,
पास होने की हकीकत,
किस तरह,
दिल को आबाद करती हैं।
तुम्हे छू कर ,
मैंने जाना ,
किसी को छू कर ,
पिघल जाने की हसरत ,
किस तरह ,
दिल को बेताब करती हैं।
तुम्हे खोकर ,
मैंने जाना ,
किसे के हमेशा ,
के लिए जाने के बाद ,
किस तरह
जिन्दगी बेमानी लगती हैं।
आज का वक़्त
मेरी कुछ हसरते
इस तरह जवान हो गयी
हर हद पीछे छोड़ ,
पूरी तरह बेलगाम हो गयी।
हर रिश्ते की ईमानदारी
जिस्मो की गर्माहट में खोने लगी ,
एहसास की मासूमियत भी ,
अब बेईमान होने लगी।
आँखों ने आंसुओं के साथ ,
अपनी शर्म भी बहा दी ।
वक़्त ने घूंघट उतारा तो ,
उसने अपनी असली सूरत दिखा दी।
इस तरह जवान हो गयी
हर हद पीछे छोड़ ,
पूरी तरह बेलगाम हो गयी।
हर रिश्ते की ईमानदारी
जिस्मो की गर्माहट में खोने लगी ,
एहसास की मासूमियत भी ,
अब बेईमान होने लगी।
आँखों ने आंसुओं के साथ ,
अपनी शर्म भी बहा दी ।
वक़्त ने घूंघट उतारा तो ,
उसने अपनी असली सूरत दिखा दी।
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