Monday, November 2, 2009

याद आया

बाद मुद्दत उधर से गुजरा तो ,
गुजरा हुआ जमाना याद आया ।
बीते हुए पल जी उठे ,
हर लम्हा पुराना याद आया ।
कितने ही जज्बात नींद से जागे ,
जब तेरा अलसाना याद आया ।
वो मेरा छूना तुझको ,
तेरा नजरे चुराना याद आया ।
हर समय वो तेरा घबराना ,
आगे बढ़ा कर हाथ पीछे हटाना याद आया।
हदों में रहने की कोशिश में ,
हर हद से गुजर जाना याद आया ।
पहले पहले मिलन के पलों में ,
तेरा मेरी बाहों में बिखर जाना याद आया ।
बड़े वेवक्त मैं उधर से गुजरा ,
बड़े वेवक्त गुजरा जमाना याद आया ।
एक प्यास जो हुई नहीं कभी पूरी ,
उस से मायूस होना याद आया ।

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